रविवार, 6 फ़रवरी 2022

लता मंगेशकर को लघु श्रद्धांजलि

 कुछ वर्ष पूर्व किसी से सुना था कि लता मंगेशकर की पहचान यह है कि वो तब भी 18 वर्ष की अभिनेत्रियों के लिए गाती थी और अब भी उनके लिए ही गाती हैं। लेकिन आज 6 फ़रवरी 2022 का दिन आया और यह वाक्य पुराना पड़ गया। अब ये महान गायिका इस दुनिया में नहीं रहीं।


बचपन में रेड़ियो पर लता मंगेशकर के गाने सुना करता था और यह लिखूँ कि लता मंगेशकर उन गायकों में से एक थी जिनको सुनकर मैंने संगीत को सुनना आरम्भ किया था। उनके गाये गानों की सूची इतनी लम्बी है कि उसको सूचिबद्ध करने मेरे लिए मुमकीन नहीं है। पिछले माह जनवरी में जब वो अस्पताल में भर्ती हुईं थी तब मैं सोच रहा था कि क्या उन्हें भी कोरोना नहीं छोड़ेगा? लेकिन आखिर कोविड19 ने उनको भी इस दुनिया से विदा कर दिया जो मेरी तरह बहुत लोगों के लिए इस तरह होगा जैसे बहुत ही महत्त्वपूर्ण अपने जीवन से हमने खो दिया हो। मैं उन्हें व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानता लेकिन उनके गानों को इतना सुना है कि शायद वो परिचित ही लगती हैं। यह केवल मेरी स्थिति नहीं है बल्कि अधिकतर भारतीय संगीत प्रेमियों की है। मुझे उनके बारे में यह भी बहुत अच्छा लगता है कि उनका कभी भी कोई विवादास्पद बयान मीडिया में नहीं सुना। हालांकि बीबीसी हिन्दी पर उनका मोहम्मद रफ़ी से विवाद एवं कुछ लोगों द्वारा अन्य गायकों के कैरियर को खत्म करने के बारे में सुना है लेकिन ऐसे किसी भी कार्य ने ऐसा कुछ भी विचार मेरे मन में नहीं रोका क्योंकि उनका गायन बहुत ही शानदार था।


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